10 राज जान डाल दें रिश्तों में


फिजाओं में फैली हुई है मुहब्बत,
कहा है बसंती पवन ने।
गुलाब का फूल न दे पाएं तो कोई बात नहीं,
पर कभी कांटें न दें जीवन में
बसंत ऋतु आने के साथ ही मौसम काफी खुशगवार हो गया है और अब आने को है वैलेंटाइन डे। चाहे युवा हों या मिडिल एज युगल, सभी के लिए इस दिन के खास मायने हैं। वैसे प्रेमी-प्रेमियों के लिए यह खास दिन पिछले कुछ सालों से महज व्यावसायिक गतिविधियों में केन्द्रित होकर रह गया है, लेकिन हम चाहें तो वैलेंटाइन डे को अपनी जिंदगी के खूबसूरत लम्हों में बदल सकते हैं।
बचें तर्क-वितर्क से
ऐसे तर्क-वितर्क जिनका कोई परिणाम नहींनिकलना है, रोमांस खत्म कर देते हैं। जब भी आप अपने पार्टनर से असहमत हों, तो इस बात पर गौर करें कि क्या एक-दूसरे पर चिल्लाने, लड़ाई करने का कोई फायदा है। अंत में क्या आप दोनों थक जाने पर यह सोचने लगते हैं कि एक-दूसरे को अपनी बात से चुप कर देने भर के लिए इतनी ऊर्जा जाया करने में क्या समझदारी थी। इस बात का अहसास आपके रिश्ते को बेहतर बनाएगा। आज युवाओं की जिंदगी में स्वयं ही इतना तनाव है कि घर में एवं डेट के दौरान बेकार के तर्क-वितर्क से बचना ही अच्छा है। जब आप अपने प्रियजन के सामने अपना पक्ष रखने का मन बनाएं, तो पहले यह तय कर लें कि क्या यह जरूरी है कि आपका पार्टनर भी आपकी तरह सोंचे। अगर संबंधित विषय आपके रिश्ते के लिए इतना जरूरी न हो, तो बात को वहीं खत्म कर दें।
अतिरिक्त सतर्कता जरूरी
अपने कॅरियर में सफल, शिक्षित एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं आजकल पहले की तुलना में अपने अधिकारों को लेकर कहीं अधिक मुखर हैं। कई बार इसी के चक्कर में पार्टनर के साथ उनके रिश्ते में दरार उत्पन्न होने लगती है। ऐसे में जिस तरह आप अपने वर्कप्लेस पर सहयोगियों के साथ काम और जिम्मेदारियों का बंटवारा करके लक्ष्य को अंजाम देती हैं, उसी प्रकार वैवाहिक जिंदगी में शांति और सहयोग बनाए रखने के लिए पार्टनर के साथ अधिकारों और जिम्मेदारियों को बांट लेना एक अच्छा विचार है। विशेषकर अगर महिला कॅरियर में अधिक सफल है, शोहरत और कमाई के मामले में भी वह पार्टनर से आगे है, तो उसे इन मामलों में ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत होती है। याद रखें कि किसी भी सफल महिला यहां तक कि शक्तिशाली महिलाओं की फो‌र्ब्स लिस्ट तक में शामिल महिलाओं ने भी कभी भी अपनी शादीशुदा जिंदगी अथवा संबंधों पर खुलकर चर्चा नहीं की है। यहां गिने-चुने अपवाद हो सकते हैं, जैसे किरण मजूमदार शॉ, जो यह कहती हैं कि उन्होंने एक विदेशी से शादी की, क्योंकि भारतीय पति एक स्त्री की ताकत और सफलता को बर्दाश्त नहीं कर सकते। ऐसा माना जाता है कि सफल महिलाओं की जिंदगी से रोमांस अक्सर नदारद हो जाता है, इसलिए अगर आप ज्यादा सफल हैं। धन, शोहरत और काबिलियत के मामले आप अपने पार्टनर से आगे हैं, तो इन बातों को लेकर आपके रिश्ते में अंदरूनी खिंचाव रहने की संभावना बरकरार रहेगी। यह तय कर लें कि आप अपने रिश्ते को यूं ही आगे बढ़ाना चाहती हैं या पीछे हटना चाहती हैं।
बांटें अपनी अपेक्षाएं
कई बार आपको यह शिकायत हो सकती है कि आपके पति या पार्टनर काम के सिलसिले में हमेशा बाहर रहते हैं। उनकी प्राथमिकता सूची में कई ऐसे कार्य शमिल हैं जो उनका अधिकांश समय ले लेते हैं। इस बात को लेकर नाराज या दुखी होकर बैठना ठीक नहीं है। इस बारे में शांति से अपने पार्टनर से बात करें। उन्हें यह खुलकर बताएं कि आप उनके साथ वक्त बिताना चाहती हैं। कुछ मौकों पर आपको उनका साथ न होना सताता है। अगर आप अपनी अपेक्षाओं का जिक्र नहींकरेंगी, तो आपके मधुर रिश्ते में तनाव आ जाएगा।
स्वयं के रवैये पर करें गौर
अपने कार्य व्यवहार को समय-समय पर परखती रहें। अगर आपका व्यवहार असंवेदनशील या रूखा है, तो वैलेंटाइन डे एक ऐसा मौका है, जब आप अपने रवैये के लिए माफी मांग सकती हैं। साथ ही दिल की बात भी उनसे खुलकर कह सकती हैं। यकीन मानिए इससे आपके बीच समझदारी बढ़ेगी और आपका रिश्ता और मजबूत होगा।
दूसरों को भी है हक
कोई भी चीज पूरी तरह से सही नहीं हो सकती। इसलिए सभी परिस्थितियों में सही और न्यायपूर्ण निर्णय को लेकर झगड़ा न करें। अगर आपको यह लगता है कि आपको या आपकी बात को उतना महत्व नहीं दिया गया, जितना दिया जाना चाहिए था, तो भी इस बात को इतना तूल न दें। खुशमिजाज रहें। यह स्वीकार करें कि कभी-कभी अन्य लोग भी आकर्षण का केन्द्र बिंदु बन सकते हैं।
सदा के लिए मिटा दें जेहन से
पुराने झगड़े, शिकायतें, प्रेम संबंध या कहासुनी को अपनी यादों से हमेशा के लिए मिटा दें। अगर आप कड़वी यादों को जेहन में जीवित रखेंगी, तो आपको खुद भी तकलीफ होगी। दिल से न चाहते हुए कई बार आप अपने पार्टनर से उन बातों का जिक्र कर बैठेंगी, जिससे आपके मधुर रिश्ते में खटास आ सकती है। कुछ बातों को भूलने और माफ करने में ही समझदारी है। अपनी खुशियां संजोने में आपकी पूरी ऊर्जा केन्द्रित होनी चाहिए।
ढूंढ़ें लम्हें खुशी के
बच्चों की सरल-सहज जिंदगी में खुशियों के लिए अधिक जतन नहीं करना पड़ता है, पर वयस्कों को उन्हें ढूंढ़ना पड़ता है। मिलकर ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न करें, जिससे आपका रोमांस फिर से खिल उठे। समय निकालकर साथ घूमने जाएं या एक-दूसरे के लिए कुछ स्पेशल सरप्राइज प्लान करें। एक-दूसरे के प्रति प्यार जाहिर करने का इससे अच्छा तरीका और क्या हो सकता है। साथ ही इससे यह भी जाहिर होगा कि आपको उनकी कितनी फिक्र है। आत्मा का जुड़ाव आत्मा से होता है। न सिर्फ अपने हाव-भाव से, बल्कि भावनात्मक रूप से भी पार्टनर के प्रति प्यार, फिक्र का इजहार करना जरूरी है।
बनाएं साझीदार
अपनी जिंदगी की उपलब्धियों की चर्चा करें, तो सिर्फ खुद को क्रेडिट न दें, बल्कि उन्हें भी अपना साझीदार समझें। जीवन से जुड़ी अपनी आकांक्षाओं और उम्मीदों से उन्हें भी अवगत कराएं।
बड़ों का सम्मान
एक-दूसरे के परिवार को नीचा दिखाना या कम आंकना ठीक नहींहै। विशेषकर माता-पिता के संबंध में इस बात का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। हम भारतीयों की परवरिश इस तरह की होती है कि हमारे हृदय में अपने बड़ों के लिए खास जगह होती है। अपने अजीज लोगों के बारे में बार-बार अप्रिय बातें और उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश आप दोनों के दरम्यान प्यार और विश्वास के रिश्ते को हिलाकर रख सकती है। यदि अपने रिश्ते को सहेजकर रखना चाहते हैं, तो एक-दूसरे के प्रियजनों के लिए भूलकर भी कभी अप्रिय बात न कहें।
जिम्मेदारी का अहसास
हर दिन यह जरूर याद करें कि इस रिश्ते की नींव आपने रखी है और इसे बनाए रखने में आपकी खुशी है। जब तक कि आपका धैर्य जवाब नहीं देता, तब तक एक-दूसरे की किसी भी बात को लेकर मन में मैल न जमा होने दें। यह तो प्रकृति का नियम है कि एक पेड़ की कमजोर सी शाखा पर कितनी ही चिड़ियां बैठकर चहचहाती हैं, पर एक दिन ऐसा भी आता है जब बगैर किसी विशेष कारण के एक चिड़िया के बैठने मात्र पर वह शाखा टूट जाती है। इसलिए बर्बादी की ओर जानबूझ कर कदम न बढ़ाएं, वह भी उस स्थिति में जब आपको यह मालूम है कि वहां से वापसी संभव नहींहै। अधिकांश लोग लगातार अपमान और चोट बर्दाश्त नहींकर पाते और एक दिन ऐसा आता है जब उनके धैर्य का बांध टूट जाता है। अगर आप अपने रिश्ते को हमेशा खुशगवार रखना चाहती हैं, तो अपने क्रोध पर काबू रखें। रिश्ते को मजबूती देने के संकल्प के लिए वैलेंटाइन डे से बेहतर और कौन सा दिन हो सकता है।

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