आयुष चिकित्सकों की ग्रामीण अस्पतालों में हो तैनाती

वाराणसी : एमएलसी व बसपा के मंडल कोआर्डिनेटर शिवबोध राम ने कहा है कि आयुष (आयुर्वेदिक, यूनानी, नेचुरोपैथी तथा होम्योपैथी) चिकित्सकों की तैनाती ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय अस्पतालों में की जानी चाहिए। इन पद्धतियों के चिकित्सक ग्रामीण क्षेत्र में प्रैक्टिस कर ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रहे हैं। बावजूद इसके इनकी राजकीय अस्पतालों में तैनाती न होना आश्चर्यजनक है। शिवबोध राम रविवार को छावनी क्षेत्र स्थित गगन रेस्टोरेंट में भारतीय चिकित्सा परिषद के निर्वाचित सदस्यों डॉ. शैलेश कुमार राय (चिकित्सक संवर्ग) तथा डॉ. गोविंद राम बयासी (शिक्षक संवर्ग) के अभिनंदन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि ऐलोपैथिक (आधुनिक चिकित्सा पद्धति) के चिकित्सक ग्रामीण इलाकों में प्रैक्टिस करने में रुचि नहीं रखते हैं। यही नहीं इस पद्धति के जिन चिकित्सकों की गावों में तैनाती की जाती है वे भी अपने स्थान पर कम ही मौजूद रहते हैं। ऐसे में आयुष चिकित्सकों को उनके अधिकार देने के लिए मौजूदा कानून में संशोधन करने की आवश्यकता है। इस मौके पर शिवबोध तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व आयकर आयुक्त आरके सिंह ने निर्वाचित दोनों सदस्य चिकित्सकों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में डॉ. ब्रजभूषण डॉ. आरके त्रिपाठी, डॉ. जितेंद्र सिंह, डॉ. सुशील शर्मा, डॉ. पीसी केशरी, जीवन प्रकाश शर्मा समेत बड़ी संख्या में चिकित्सकों ने हिस्सेदारी की।

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