नई दिल्ली. ऐसे मोबाइल ग्राहक जो यह उम्मीद बांधे थे कि उन्हें नए साल में टेलीमार्केटिंग कंपनियों की अनचाही कॉल और एसएमएस से मुक्ति मिल जाएगी, उनके लिए यह एक बुरी खबर है।

उन्हें ऐसी कॉल-एसएमएस अभी एक और महीना तक प्राप्त होगी। इसकी वजह यह है कि ट्राई ने इन कॉल पर प्रतिबंध की तिथि को एक महीने के लिए बढ़ा दिया है। पहले जहां इसके लिए 1 जनवरी, 2011 की तिथि तय की गई थी वहीं अब ऐसी कॉल पर 1 फरवरी, 2011 से प्रतिबंध लगेगा।

जीएसएम ऑपरेटरों की प्रतिनिधि संस्था सीओएआई के डायरेक्टर जनरल राजन एस मैथ्यू ने कहा ‘हमने ट्राई से संपर्क कर कहा था कि टेलीकॉम कंपनियों को अपना ढांचागत आधार बढ़ाने के साथ ही इससे संबंधित सुरक्षा मानक अपनाने के लिए कुछ समय चाहिए।’ मैथ्यू ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कंपनियां जल्द अपना ढांचागत आधार बढ़ा लेंगी।

सूत्रों के मुताबिक इस अंतिम तिथि भी आने वाले समय में विस्तार करना होगा। इसकी वजह यह है कि ऑपरेटर 4 से 5 महीने का समय मांग रहे हैं। सीडीएमए ऑपरेटरों की प्रतिनिधि संस्था एयूएसपीआई के महासचिव एससी खन्ना ने कहा ‘ऐसा तंत्र जिसमें अनचाही कॉल न चाहने वाले सभी नंबरों को फिल्टर किया जा सके, उसे विकसित करने के लिए 4-5 महीने का समय चाहिए।’

हाल ही में ट्राई ने अनचाही कॉल-एसएमएस के लिए दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा था कि ऐसी कॉल-एसएमएस 70 नंबर से आएंगे। ट्राई ने अनचाही कॉल-एसएमएस को सात श्रेणियों रियल एस्टेट, वित्तीय उत्पाद, बैंकिंग, टूरिज्म, कंज्यूमर गुडस और ऑटोमोबाइल में विभाजित किया था। साथ ही यह सुविधा भी दी थी कि ऐसे ग्राहक जो इस तरह की कॉल-एसएमएस चाहते हैं उन्हें यह प्राप्त हो सकेगी।

15 जनवरी से करा सकेंगे पंजीकरण

ट्राई ने कहा है कि टेलीकॉम कंपनियों को सुरक्षा संबंधी कुछ चिंताओं को दूर करने के लिए समय चाहिए। जिसकी वजह से एक महीने का समय दिया जा रहा है। ट्राई ने कहा है कि अब ग्राहक व टेलीमार्केटिंग कंपनी अपना पंजीकरण 15 जनवरी 2011 से करा पाएंगी। हाल ही में ट्राई ने ऐसी कॉल व एसएमएस के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा था कि ऐसी कॉल-एसएमएस पर 1 जनवरी 2011 से प्रतिबंध होगा। उसका नियम न मानने वाली कंपनियों पर ट्राई ने ढाई लाख रुपए तक के जुर्माने का भी ऐलान किया था।